
Kirti Singh Case: यह भौतिक वस्तुओं के प्रति आकर्षण का ही परिणाम है कि एक मोबाइल फोन के लिए दो जिंदगियां खत्म हो गईं। गाजियाबाद में लुटेरों से भिड़ने वाली बहादुर छात्रा कीर्ति सिंह भले ही जिंदगी की जंग हार गई हो, लेकिन उसने डट कर लुटेरों का मुकाबला किया था। मुठभेड़ में पुलिस ने एक लुटेरे को मार गिराया है, तो दूसरे को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी सिलसिले में चार पुलिस वालों पर भी कार्रवाई की गई है।
Kirti Singh Case: छात्रा कीर्ति सिंह ने बहादुरी से किया लुटेरों का मुकाबला
इंफोपोस्ट न्यूज
Kirti Singh Case: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लुटेरों से भिड़ने वाली बहादुर छात्रा कीर्ति सिंह जिंदगी की जंग हार गई। गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 48 घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया। आटो से घर लौट रही बीटेक की छात्रा कीर्ति सिंह बदमाशों के मोबाइल छीनने के दौरान चलते आटो से सड़क पर गिरकर घायल हो गई थी।
रविवार को देर शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर को मुठभेड़ में पैर में गोली मारने के बाद गिरफ्तार कर लिया। दूसरा आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू फरार हो गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया। मसूरी थाना प्रभारी रविंद्र चंद्र पंत को सस्पेंड करने के साथ ही अब तक थाने में तैनात तीन इंस्पेक्टर हटाए जा चुके हैं।
हापुड़ की रहने वाली थी कीर्ति सिंह
कीर्ति सिंह हापुड़ शहर के पन्नापुरी की रहने वाली थी। उसके पिता रविंद्र सिंह रेलवे में लोको पायलट हैं। कीर्ति सिंह गाजियाबाद के एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा थी।
वह 27 अक्टूबर की शाम को अपनी सहेली दीक्षा के साथ कॉलेज से ऑटो लेकर हापुड़ आ रही थी। उसी दौरान डासना फ्लाईओवर के पास पहुंचने पर बाइक सवार दो बदमाशों ने ऑटो में बैठी कीर्ति का मोबाइल फोन लूटने की कोशिश की।
चलते ऑटो से बदमाशों ने छीना मोबाइल
पुलिस के मुताबिक, कीर्ति ने मोबाइल फोन नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने झटका देकर उसे ऑटो से नीचे गिरा दिया। कीर्ति सिर के बल सड़क पर गिर कर बुरी तरह घायल हो गई। वारदात के बाद बदमाश मोबाइल फोन लूट कर मौके से फरार हो गए।
डॉक्टरों के मुताबिक, छात्रा के सिर की हड्डी टूट जाने से खून का क्लॉट बन गया था, जिससे वह कोमा जैसी स्थिति में पहुंच गई थी। यशोदा अस्पताल में भर्ती कीर्ति का पहला ऑपरेशन सफल रहा। इसके बावजूद उसे होश नहीं आ सका और घटना के 2 दिन बाद उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश ढेर, दूसरा गिरफ्तार
डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव के मुताबिक, हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों की बाइक का नंबर रिकॉर्ड हो गया था। इसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक जा पहुंची। एनकाउंटर के बाद एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है।
दूसरा जितेंद्र उर्फ जीतू फरार हो गया। बाद में पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया। उस पर लूट के नौ मुकदमे दर्ज हैं। एसएचओ मसूरी रविंद्र चंद पंत को सस्पेंड कर दिया गया है और इंस्पेक्टर तनवीर आलम व पुनीत कुमार को लाइन हाजिर किया गया है।