
भाजपा से दोस्ती वाले बयान पर कहा — बिहार विधानसभा, विधानपरिषद में अध्यक्ष बदल दिए गए पर राज्यसभा का उपसभापति नहीं बदला गया ये दिखाता है कि खिड़की खुली है
हीरालाल प्रसाद, सीतामढ़ी। prashant kishore PK :
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार किस पार्टी के साथ जाएंगे, ये खुद नीतीश कुमार भी नहीं बता सकते हैं। नीतीश कुमार जो राजनीति करते हैं उसमें एक दरवाजा रखते हैं जो पब्लिक को दिखता है अभी वो दरवाजा महागठबंधन है। इस व्यवस्था में आप देख रहे हैं कि वो अभी महागठबंधन के साथ सरकार चला रहे हैं। महागठबंधन के बने एक साल हो गए, मगर अब तक उन्होंने नहीं कहा कि लालू यादव, तेजस्वी यादव या फिर उनके परिवार के लोग भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हैं। CBI, ED रेड कर रही तो आप बता तो दीजिए कि इन्होंने भ्रष्टाचार किया है कि नहीं।
कल होकर नीतीश कुमार को बीजेपी में जाना हो तो हरिवंश के माध्यम से भाजपा की लीडरशिप से बात करके भाग सकते हैं
prashant kishore PK : नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि किसी दिन पहुंच जाएंगे बाजपेयी जी की समाधि स्थल पर, कभी दीनदयाल उपाध्यक्ष के वार्षिकोत्सव में शामिल हो जाते हैं। कभी प्रधानमंत्री के बुलाए डिनर में हो आते हैं ये उनकी राजनीति करने का तरीका है। ये खिड़की है यानी दरवाजा जो तेजस्वी यादव हैं उन्हें बताते रहते हैं कि तुम्हारे यहां से हवा-पानी नहीं आएगा तो खिड़की से रास्ता निकाल लेंगे।
हरिवंश जी उनके रोशनदान हैं। आप जरा समझिए कि जिस राज्यसभा में हर कानून को बनाने के लिए इतनी दिक्कत होती है, भाजपा का वहां कानून गिर जाए तो सरकार गिर जाएगी। राज्यसभा में सबको हटाया गया मगर उपसभापति हरिवंश को न भाजपा वालों ने हटाया न नीतीश कुमार ने हटाया, ऐसा क्यों? बिहार विधानसभा और विधानपरिषद में अध्यक्ष बदल दिए गए पर राज्यसभा का उपसभापति नहीं बदला गया, ये दिखाता है कि हरिवंश वही रोशनदान हैं। कल होकर नीतीश कुमार को बीजेपी में जाना हो तो उनके माध्यम से भाजपा के लीडरशिप से बात करके भाग सके।