
गतिविधि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने समाचार चैनलों को जारी की सलाह
परिजनों ने श्रमिकों से की बात, आंखें हुईं नम
इंफोपोस्ट डेस्क, नयी दिल्ली। Silkyara Rescue Operations :
खबरिया चैनलों की गतिविधि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को नागवार गुजरी है। मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों को सलाह जारी कर कहा है कि वे उत्तराखंड के सिल्कयारा में चल रहे बचाव अभियान को सनसनीखेज बनाने से बचें और जिस सुरंग स्थल पर बचाव अभियान चल रहा है, उसके करीब से कोई भी लाइव पोस्ट/वीडियो न करें। यह सुनिश्चित करें कि मानव जीवन बचाने में लगीं विभिन्न एजेंसियों की गतिविधि किसी भी तरह से ऑपरेशन स्थल के पास या आसपास कैमरामैन, पत्रकारों या उपकरणों की उपस्थिति से बाधित या परेशान न हो।
दूसरी ओर सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को छह इंच के पाइप से फल भेजे गए हैं। मजदूरों के परिजनों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि अंदर फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं। कई परिजनों ने अंदर श्रमिकों से बात भी की। इस दौरान उनकी आंखें नम हो गईं। परिजनों की आंखें उनके लौटने का इंतजार कर रही हैं।
#WATCH | Uttarakhand: Drone visuals from Uttarkashi, where a rescue operation is currently underway to bring out 41 workers trapped inside the Silkyara tunnel.
A part of the Silkyara tunnel collapsed in Uttarkashi on November 12. pic.twitter.com/2UTwoV4ysV
— ANI (@ANI) November 21, 2023
सरकार कर रही हरसंभव प्रयास
Silkyara Rescue Operations : सरकार 2 किलोमीटर लंबी सुरंग के एक हिस्से में फंसे श्रमिकों से लगातार संपर्क बनाए हुए है और उनका मनोबल बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। विभिन्न सरकारी एजेंसियां 41 श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए अथक प्रयास कर रही हैं।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "With the efforts of all agencies, experts, engineers, officials and people working there, we saw a big success last night. A 6-inch pipe was inserted there. Through that food is being sent to them… pic.twitter.com/mZ5BtvURZF
— ANI (@ANI) November 21, 2023
सुरंग के आसपास चल रहा बचाव कार्य बेहद संवेदनशील प्रकृति का है, जिसमें कई लोगों की जान बचाना शामिल है। टीवी चैनलों द्वारा खासकर बचाव कार्य स्थल के करीब कैमरे और अन्य उपकरण रखकर बचाव कार्य से संबंधित वीडियो फुटेज और अन्य तस्वीरों के प्रसारण से चल रहे ऑपरेशन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों को सलाह दी है कि वे इस मामले पर रिपोर्टिंग करते समय सतर्क और संवेदनशील रहें, खासकर हेडलाइन, वीडियो और तस्वीरें डालते समय। मंत्रालय ने कहा है कि टीवी चैनल ऑपरेशन की संवेदनशील प्रकृति, परिवार के सदस्यों और साथ ही आम दर्शकों की मनोवैज्ञानिक स्थिति का उचित ध्यान रखें।
बोरिंग के लिए मशीन रवाना
Silkyara Rescue Operations : सिलक्यारा सुरंग के ऊपर बोरिंग के लिए मशीन रवाना कर दी गई है। यह मशीन अस्थायी सड़क से ऊपर पहुंचकर बोरिंग करेगी। यह बोरिंग लाइफलाइन के रूप में की जाएगी।
ऑगर मशीन को फिर से शुरू
ड्रिलिंग के लिए लगाई गई पुरानी ऑगर मशीन को फिर से शुरू किया गया है। इससे अब पांचवें पाइप को आगे बढ़ाया जा रहा है। मशीन चलाते हुए भीतर अभी भी कंपन महसूस हो रही है। इसलिए केवल केवल जरूरी ऑपरेटर और विशेषज्ञ ही सुरंग के अंदर हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Family members of the workers trapped in the Silkyara tunnel interact with them through the pipeline inserted inside the tunnel.
(Video Source: Family member of the trapped worker) pic.twitter.com/nKoEQGiIfT
— ANI (@ANI) November 21, 2023